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वॉकिंग से ब्लड शुगर लेवल कैसे कंट्रोल होता है

इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि वॉकिंग वजन और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के सबसे आसान और असरदार तरीकों में से एक है। इसके लिए आपको किसी जिम मेंबरशिप या लंबे वर्कआउट सेशन की ज़रूरत नहीं होती। हर दिन सिर्फ 20 से 30 मिनट की नियमित वॉक आपके स्वास्थ्य में बड़ा बदलाव ला सकती है, खासकर अगर आप डायबिटीज़ मैनेज कर रहे हैं या इसे रोकने की कोशिश कर रहे हैं।

जब आप चलते हैं, तो आपकी बॉडी के मसल्स खून में मौजूद ग्लूकोज़ (शुगर) का इस्तेमाल करती हैं। इससे आपका ब्लड शुगर प्राकृतिक रूप से कम होता है। खाने के बाद थोड़ी देर की वॉक भी शुगर लेवल में अचानक होने वाली बढ़ोतरी को रोक सकती है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि नाश्ते, दोपहर के भोजन और रात के खाने के बाद सिर्फ 10 से 15 मिनट की वॉक शरीर को भोजन बेहतर तरीके से प्रोसेस करने में मदद करती है और पूरे दिन ग्लूकोज़ लेवल को स्थिर रखती है।

वॉकिंग से इंसुलिन सेंसिटिविटी भी बढ़ती है, जिसका मतलब है कि आपका शरीर उस इंसुलिन का बेहतर उपयोग करने लगता है जो वह पहले से बनाता है। जब आपकी कोशिकाएँ इंसुलिन को अच्छी तरह स्वीकार करती हैं, तो वे ग्लूकोज़ को आसानी से अवशोषित करती हैं, जिससे ब्लड शुगर कम और नियंत्रित रहता है। समय के साथ इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार टाइप 2 डायबिटीज़ के जोखिम को कम करने में मदद करता है।

जो लोग प्रीडायबिटीक हैं या डायबिटीज़ मैनेज कर रहे हैं और ब्लड शुगर कम करने में संघर्ष कर रहे हैं, उनके लिए सबसे असरदार तरीका है—नियमित वॉक और एक ऐसा डाइट प्लान जो आपकी उम्र और स्वास्थ्य की ज़रूरतों के अनुसार हो। अगर आपको सही डाइट गाइडेंस चाहिए, तो नीचे क्लिक करें और आज ही अपनी सेहत का ध्यान रखना शुरू करें।

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